टोक्यो पैरालंपिक में गुजरात के महेसाणा की भाविना पटेल ने टेबल टेनिस में रजत पदक जीत कर देश का नाम रोशन किया है। जीत के बाद भाविना को बहुत लोगो ने बधाई भी दी है । इसी बीच राज्य सरकार ने उन्हें तीन करोड़ रुपए देने की भी घोषणा की है।
पैरालंपिक में टेबल टेनिस पदक हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला बनी भाविना पटेल। दरअसल , टोक्यो (जापान) में जारी पैरालंपिक खेलों में टेबल टेनिस महिला वर्ग प्रतिस्पर्धा में भाविना ने देश को पहला रजत पदक दिलाया।
भाविना पटेल एक साधारण किसान परिवार से हैं और उन्होंने रजत पदक जीतकर अपने गांव सुंधिया के लोगो को गर्व महसूस कराया।
भाविना पटेल के पिता गांव में एक छोटी सी स्टेशनरी की दुकान से अपने परिवार का पलाल -पोषण करते है। भाविना बचपन में पोलियो की शिकार हो गई थी जिस वजह से उसके दोनों पैरों ने काम करना बंद कर दिया। भाविना पटेल ग्रेजुएशन पढ़ाई तक पढ़ाई की है।
अहमदाबाद के अंधजन मंडल मई उन्होंने कंप्यूटर का अध्ययन किया और वहा उन्होंने खिलाड़ियों को टेबल टेनिस खेलते देखकर खेल खेलने की प्रेरणा मिली।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने भाविना पटेल को बधाई दी और उन्होंने कहा की मुझे और हर गुजराती को उन पर गर्व है।
टेबल टेनिस के क्लास 4 में रजत पदक जीतने पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने भाविना को दिव्यांग खेल प्रतिभा प्रोत्साहन पुरस्कार योजना के तहत तीन करोड़ रुपये देने की घोषणा की है।