अवनि जब केवल 11 साल की थीं तब 20 फरवरी 2012 में एक कार दुर्घटना में घायल होने से उनकी रीढ़ की हड्डी को गहरी चोट लगी और उनके कमर के नीचे के शरीर को लकवा मार गया , जिससे उनको व्हील चेयर का सहारा लेना पड़ा. अवनि के जीवन मै इस दुर्घटना के बाद बहुत बदलाब आया।
उसके बाद उन्होंने जयपुर के जगतपुरा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में शूटिंग शुरू की और साल 2017 में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था. यूएई में हुए विश्व कप में उन्होंने हिस्सा लिया था.
साल 2018 में एशियन पैरा गेम्स में भी हिस्सा लिया था.
साल 2019 में भारत में गोस्पोर्ट्स फाउंडेशन द्वारा मोस्ट प्रॉमिसिंग पैरालंपिक एथलीट नामित किया गया था.
अवनि ने टोक्यो पैरालिंपिक में भारत को शूटिंग में देश को गोल्ड मेडल दिलाया है। उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एआर स्टैंडिंग एसएच1 फाइनल में स्वर्ण पदक जीत कर देश में एक खुशी की लहर दी ।अवनि लेखारा टोक्यो पैरालिंपिक में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं हैं।
अवनि लेखारा टोक्यो पैरालिंपिक में निशानेबाजी खेल में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं हैं।
सोशल मीडिया पर लोगों ने अवनि को बधाई दी और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी उनकी जीत पर खुशी जाहिर की है।