नीरज चोपड़ा ने तोक्यो ओलिंपिक में भाला फेंक ऐथलीट में स्वर्ण पदक जीतकर एक इतिहास रच दिया । वह देश के लिए स्वर्ण पदक जीतने वाले दूसरे खिलाड़ी और पहले ऐथलीट हैं।
नीरज ने 87.58 मीटर की दूरी के साथ पहला स्थान हासिल किया और ट्रैक ऐंड फील्ड में गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय ऐथलीट बने,नीरज ने भारतीय ओलिंपिक इतिहास में 100 वर्षों में ट्रैक ऐंड फील्ड से पहला मेडल दिला कर भारत का नाम रोशन किया ।
नीरज ने पहले प्रयास में 87.03 मीटर भाला फेंका उसके बाद उनके दूसरे प्रयास में 87.58 मीटर भाला फेंका और यह भारत का तोक्यो में 7वां मेडल भी है। नीरज ने स्वर्ण पदक जीतने के बाद तिरंगा लेकर मैदान का चक्कर लगाया और इसका जश्न मनाया।
नीरज ने स्वर्ण पदक जीतने के बाद तिरंगा को लेकर मैदान का चक्कर लगाया और इसका जश्न मनाया। नीरज की इस सफलता पर बहुत लोगों ने बधाई दी है और पूरे देश में जश्न का माहौल मनाया गया ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में लिखा है कि नीरज ने टोक्यो में इतिहास रच दिया है और उनकी इस उपलब्धि को हमेशा याद रखा जाएगा।
पानीपत के एक किसान परिवार से जन्मे नीरज चोपड़ा ने अपनी पढ़ाई चंडीगढ़ मई पूरी की , छोटी से ही उम्र में ही उन्होंने अपना कैरियर भाला फेक में बनाने का फैसला कर लिया और 16 साल की उम्र में ही नीरज चोपड़ा को वर्ल्ड युथ चैंपियनशिप में हिस्सा लेने का मौका मिला।