ट्रेन से सफर करने वालों के लिए एक बड़ी खबर है, कोरोना काल के दौरान और उसके बाद यात्रियों की सुविधा के लिए भारतीय रेलवे ने कुछ स्पेशल ट्रेनें चला रहा है। इस समय ज्यादातर एक्सप्रेस और मेल ट्रेनें पटरी पर दौड़ रही हैं. लेकिन अब खबर यह है कि जल्दी ही स्पेशल ट्रेनों का संचालन बंद किया जा सकता है।
कोरोना के समय पर रेगुलर ट्रेनों पर रोक लगा दी गई थी और इसकी जगह पर कुछ स्पेशल ट्रेने चलाई जा रही थीं. लेकिन इस समय काफी हद तक कोरोना काबू में है और स्थिति भी काफी सुधर चुकी है, तो ऐसे में रेल मंत्रालय ने एक फैसला लिया और फिर से रेगुलर ट्रेनों को शुरू कर दिया है. जानकारी दी गई है कि कुछ दिनों के अंदर ही 1700 से अधिक ट्रेनें, रेगुलर ट्रेनों के तौर पर रिस्टोर कर दी जाएंगी.
शुक्रवार को भारतीय रेल मंत्रालय ने ट्रेनों के संचालन के लिए बड़ा फैसला लिया , अब से सभी ट्रेने पहले की तरह अपने पुराने किराए और पुराने नंबर पर चलेंगी. मंत्रालय ने अब सभी स्पेशल नंबर के तौर पर चलने वाली ट्रेन को अब से रेगुलर ट्रेन नंबर पर चलाने का आदेश दिया है. इस आदेश के बाद यात्रियों को बहुत राहत मिलेगी.
अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की है जल्द ही सभी स्पेशल ट्रेनों को बंद कर दिया जाएगा. स्पेशल ट्रेनों में यात्रियों को सामान्य ट्रेनों के मुकाबले 30 फीसदी ज्यादा किराया भी देना पड़ता है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मीडिया मे कहा कि कोविड प्रोटोकॉल में रेलवे ने ट्रेनों को कुछ स्पेशल कैटेगरी में चलाने की शुरुआत की थी. इसका सिर्फ यह उद्देश्य था, कि ट्रेनों में भीड़ को नियंत्रित कर यात्रियों को सुविधा दे सके। अब तक 95 फीसदी मेल एक्सप्रेस ट्रेनें पटरी पर लौट चुकी हैं और इनमें से 25 फीसदी ट्रेनें स्पेशल कैटेगरी मेंल रही हैं।

भारतीय रेलवे ने कोरोना वायरस महामारी के पहले करीब 1700 मेल एक्सप्रेस ट्रेनें चलायी थीं और इनमें से ज्यादातर ट्रेनों को फिर से शुरू कर दिया गया है। 3500 पैसेंजर ट्रेनें कोरोना महामारी के पहले चलती थीं ,जिसमें से 1000 पैसेंजर ट्रेनें ही चलाई जा रही हैं।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि अब तक जो फैसला कोरोना वायरस महामारी मे लिए गए थे ,अब उनको वापस ले लिया जाएगा और इन सब से रेल यात्रियों को बड़ा फायदा होगा। इस ऐलान के बाद, जो लोग सामान्य ट्रेनों में सफर करते है उनको कम किराया चुकाना होगा लेकिन आपको बता दें कि यात्रियों को सफर के दौरान अब भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा ।