बसंत पंचमी के दिन देवी माता सरस्वती का जन्म हुआ था यह दिन हिन्दू धर्म में बहुत महत्व रखता है |
बसंत पंचमी का दिन सरस्वती जयंती के नाम से भी जाना जाता है और इस दिन लोग पीले रंग के वस्त्र पहन कर ,माता सरस्वती की पूजा करते है |
मां सरस्वती का वरदान हो आपको,
हर दिन नई मिले ख़ुशी आपको,
दुआ हमारी है खुदा से ऐ दोस्त,
जिन्दगी में सफलता हमेशा मिले आपको।
वीणा लेकर हाथ में,
सरस्वती हो आपके साथ में,
मिले मां का आशीर्वाद आपको हर दिन,
मुबारक हो आपको सरस्वती पूजा का ये दिन,
बहारो में बहार बसंत,
मीठा मौसम मीठी उमंग,
रंग बिरंगी उड़ती आकाश में पतंग,
तुम साथ हो तो है इस ज़िंदगी का और ही रंग।
सरस्वती पूजा का ये प्यारा त्योहार,
जीवन में लाएगा खुशियां अपार,
सरस्वती विराजे आपके द्वार,
शुभकामना हमारी करें स्वीकार।
आई बसंत और खुशियाँ लायी
कोयल गाती मधुर गीत प्यार के
चारों और जैसे सुगंध छाई
फूल अनेकों महके बसंत के
उड़े पतंग आसमान में सबकी निराली,
पीली, लाल, हरी, नीली और काली,
आओ मिलकर हम सब वसंत मनाएं,
द्वार पर अपने रंगीली रंगोली सजाएं।
किताबों का साथ हो पेन पर हाथ हो,
कॉपियां आपके पास हो पढ़ाई दिन रात हो,
जिंदगी के हर इम्तिहान में आप पास हो,
सूरज हर शाम को ढल ही जाता है,
पतझड़ बसंत में बदल ही जाता है,
मेरे मन मुसीबत में हिम्मत मत हारना,
समय कैसा भी हो गुजर ही जाता है
कमल पुष्प पर आसीत मां
देती ज्ञान का सागर मां
कहती कीचड़ में भी कमल बनो
अपने कर्मों से महान बनो
उमंग दिल में और आँखों में है प्यार,
खुशियाँ लेकर आया बसंत का त्योंहार,
शरद की फुहार, किरणें सूरज की,
हो शुभकामना आपको बसंत की.
रंगों की मस्ती फूलों की बहार
बसंत की पतंगें उड़ने को बेकरार
थोड़ी सी गर्मी हल्की सी फुआर
बहार का मौसम आने को तैयार
सर्दी को अब तुम दे दो विदाई, बसंत की ऋतु है अब आई
फूलों से खूशबू लेकर महकती हवा है आई
बागों में बहार है आई, भंवरों की गुंजन है लाई
उड़ रही है पतंग हवा में जैसे तितली यौवन में आई
सरस्वती पूजा का यह प्यारा त्योहार,
जीवन में खुशी लाएगा अपार,
सरस्वती विराजे आपके द्वार,
शुभकामनाएं हमारी करें स्वीकार।
उड़े पतंग आस्मां में सबकी निराली
पीली, लाल, हरी, नीली और काली,
आओ मिलकर हम सब बसंत मनाएं,
द्वार पे अपने रंगीली रंगोली सजाएँ.