हेलो दोस्तों , आज मे आपके सामने अपने Family की स्टोरी शेयर करने जा रही हूँ । यह कहानी आज के समय पर हर घर की कहानी है।
हमारी Family कहने को ज्वाइन फॅमिली है लेकिन हर कोय अब अपने अपने बारे मे ही सोचता दिख रहा है।
मेरे मन मे बस एहि बात रहती है की ऐसा आज के टाइम मे क्यों होता है ?
मैंने जो अपने पापा जी के लाइफ का सघर्ष उनके family के लिए देखा है वही मै आज आपके सामने शेयर करुँगी। उन्होंने हमेशा यही सोचा कि उनके बच्चें उनके भाई के बच्चें की लाइफ सेट हो जाये इसलिए को एक सिटी से दूसरे सिटी शिफ्ट हुए ताकि उस गजह उनको अच्छी एजुकेशन मिले।
मेरे पिता जी एक बिज़नेस मैन आदमी है किसी टाइम पर उनका बिज़नेस बहुत अच्छा था उन्होंने उस बिज़नेस के साथ और भी बिज़नेस स्टार्ट किया और एक एक करके उन्होंने अपने भाइयो की भी मदद की और भाइयो की बच्चों की पढ़ई अच्छी हो सके इसलिए उन्होंने अपनी सिटी को बदल दिया ताकि सभी को अच्छी शिक्षा मिल सके। उन्होंने सबको अच्छे स्कूल मे एड्मिशन दिलया जहां कुछ लोगो के एडमिशन मे उनको दिक्कत भी आयी थी लेकिन कहते है न कि अगर आप ने मन मे कुछ ठान लिया है तो वो काम आप करके ही दम लेंगे।
बस फिर किया पिता जी सबकी पढ़ाई पूरी करा ही दी , अब आप लोगो सोचते होंगे कि आपके पिता जी तो ४ भाई है तो उन्होंने क्यों कुछ नहीं किया। बात यह है , कि सब भाइयों मे से ही मेरे पिता जी ने उच्च शिक्षा ली है और इसलिए वो शिक्षा का महत समझते थे कि आने वाले टाइम पर उसकी बहुत वैल्यू होगी और एहि वजह थी कि उन्होंने अपने भाइयो के सभी बच्चों को उच्च शिक्षा देने का सोचा और फिर सब के लिए उच्च शिक्षा दिला भी दी।
आज मेरे घर मे मेरे सभी भाई बहन पढ़े लिखे है , अब पढ़ने की बाद कुछ बिज़नेस करने लगे , लड़कियों की अच्छे घरों मे शादी हो गयी। भाइयो की अपनी फॅमिली बन गयी। अब कितना कुछ लाइफ बदल गयी , यह सब मैंने खुद देखा था। पिता जी ने सभी को ऐसी शिक्षा दी जो हर कोय अपने बच्चे को देता है और उस समय हमारी फॅमिली मे बहुत प्यार था जैसा हर किसी की ज्वाइन फॅमिली मे होता है या होता था।
लेकिन अब कि बात की जाये तो , यह फॅमिली वालो ने मेरे पिता जी के उस तियाग को भूल गए अब वही बच्चे अपने अपने जीवन मे आगे बढ़ गए। आज जब उनको उन सब की मदद की जरुरत पढ़ी तो उन सभी ने मुँह मोड़ लिया और किसी ने भी उनकी मदद नहीं की। आज सालो निकल गए है इस बात को लेकिन कभी उन्होंने यह नहीं सोचा है कि उनके चाचा जी को इतनी दिक्कत है हम सब मिल कर उनकी मदद करे।
मेरे मन मे बस एहि बात हैं , की यदि आपकी कोय मदद करता है तो आपका दिल तो यह बात जनता है की उस पर्सन ने आपकी मदद की है तो फिर लोग क्यों इस बात को भूल जाते है , क्यों नहीं इस बात को ध्यान रखते है यह वही इंसान है जिसकी वजह से आज हमें सक्सेस मिली है।
मैं हमेशा अपने पिता जी से पूछती हूँ , कि आपने इतना कुछ किया अपनी फॅमिली के लिए और आज जब आपको दिक्कत हुयी है तो यह कोय भी आपसे पूछने तक नहीं आता कि आप ठीक है , ना ही कोय मदद करने आज तक आया है। पिता जी मुझे बस यह बोल कर समझा दिया , क़ि हमने तो यह सोच कर किया था की परिवार की सब बच्चे पढ़ जायेगे तो फॅमिली का नाम होगा और यह तो हमारा की फ़र्ज़ था , हम्म लेकिन यह नहीं सोचा था कि जिन बच्चों को अपने बच्चे मान कर ही किया था ,आज एहि बच्चे हमे जवाब देंगे।
शायद कोय और इंसान होता तो टूट जाता लेकिन मैंने आज भी अपने पिता जी का होसलें को देखा है. वो एहि कहते है , कि कोय समझे न समझे लेकिन ऊपर वाला तो है , वो सब देख रहा है। जिंदगी मे दिकत सभी के घरों मे है , जो हार गया वो टूट गया , वो एहि कहते है.. कि आप खुद हार मत मनो बल्कि अपनी दिक्कतों को ही हरा दो।
मुझे अपने पिता जी से एहि सिख मिली है , दिक्कत कोय भी आये आप हष कर हर दिक्कत का सामना करो। यह जिंदगी है , यहाँ आपको ख़ुशी और गम सब मिलेगा। कभी कोय अपना या बाहर वाला आपको बहुत ख़ुशी देगा या कभी वही लोग आपको गम भी देंगे। जो यह एक लाइफ साइकिल है इसको चलने दो आप बस हर दिन का एन्जॉय करो और ख़ुशी से हर दिक्कत का सामना करो। मानते है , जब कोय आपका अपना आपको दुःख देता है तो हम टूट जाते है लेकिन फिर आप कर भी क्या सकते है उस बात को भूल कर आपको आगे बढ़ना होगा। मेरे पिता जी की इस जीवन से मुझे बहुत कुछ सिखने को मिला है और उनके लाइफ के इस सफ़र से मे बहुत मोटिवेट हुयी हूँ।