ए चाँद मेरे दोस्त को एक तोहफ़ा देना,
तारों की महफ़िल के सपने दे देना,
छुपा देना तुम अँधेरे को रौशनी से,
इस रात के बाद एक खूबसूरत सवेरा देना।
तेरे सपनों में खो जाऊं तो अच्छा है
तेरी जुल्फ मुझ पर बिखर जाये तो अच्छा है
किसी रात को तेरी बाँहों में सो जाऊं और
उस रात की कभी सुबह ना हो तो अच्छा है
अभी अभी चाँद ने मुझसे कहा,
बाहर निकलकर देख क्या नज़ारा है,
मैने कहा रुक पहले उन्हे गुड नाईट कह दू,
जो दुनिया मे मुझे सबसे प्यारा है।
हर रात सिर्फ तेरी ही याद आती है
बन कर भुखार मुझ पर चढ़ जाती है
चले आया करो तुम भी कभी देखने
क्योंकि हर रात सपनों में तुम ही नज़र आती हो
अभी तो रात बाकी है,मेरे दिल की बात बाकी है,
जो मेरे दिल में छुपी है,वो ज़ज्बात बाकी है,
जल्दी से सो जाना दोस्त,आप की नींद बाकी है,
सुबह मिलते है,कल की शुरुवात बाकी है।
चाँद ने चाँदनी बिखेर दिए है,
तारों ने आसमान को जगमगा डाला है
अब कहने को तुम्हें गुड नाईट
देखो जन्नत से कोई फरिश्ता आया है
नींद भी क्या गजब की चीज है,
आए तो सब कुछ भुला देती है,
और ना आए तो
सब कुछ याद दिला देती है।
हर रात वो मेरे सपनों में आती है
हर सुबह वो मुझे उठाती है
ए हवा जरा बता दे जाकर उनको
अब ये दूरियां बर्दाश्त नहीं होती
तुमसे मिलने के बाद तुम्हे खोना नहीं चाहते,
एक प्यारी सी ख़ुशी मिलने के बाद रोना नहीं चाहते,
नींद तो बहुत है मेरी इन आँखों में,
लेकिन तुमसे बात किये बिना सोना नहीं चाहते।
चांदनी लेकर ये रात आपके सामने आये,
आसमान के सारे सितारें आपको लोरी गाकर सुलायें
आपके इतने प्यारे और मीठे हों सपने
कि आप सोते हुए सपना देखकर भी सदा मुस्कुराएं
अगर सितारों में नूर ना होता
तो ये दिल मजबूर ना होता
हम आपको गुड नाइट ज़रूर कहने आते
अगर आपका घर दूर ना होता
हो मुबारक आपको यह सुहानी रात,
मिले ख्वाबो में भी खुदा का साथ,
खुले जब आपकी आँखे तो,
ढेरो खुशियां हो आपके साथ।
मिठी रातो में धीरे से आ जाती है एक परी,
कुछ ख़ुशी के सपने लाती है एक परी,
कहती है के सपनों के सागर में डुब जाओ,
भूल के सारे दर्द जल्दी सो जाओ.
शाम की शमा में एक तस्वीर नजर आती है,
तब है लबों से ये बात निकल आ जाती है,
कब होगी आप से दिल लगाकर बातें,
यही सोचकर हर रात गुजर जाती है.
हर रात मुझे याद कर सोया करो
दरवाज़ा थोड़ा खुला छोड़कर सोया करो
हम भी आएंगे आपसे मिलने
इसलिए थोड़ी जगह छोड़कर सोया करो
रात की तन्हाई में अकेले हैं हम,
दर्द की महफिल में रो रहे ..
आप हमारे भले ही कुछ नहीं लगते,
लेकिन फिर भी आपके बिना अधूरे हैं हम
रात की चांदनी आपको सदा सलामत रखे
परियों की आवाज़ आपको सदा आबाद रखे
पुरे कायनात को खुश रखने वाला वो रब
हर दिन आप की ख़ुशी का ख्याल रखे.
रातों को मेरी सुहाना बनाया है
ख्वाबों ने तेरे हमें जगाया है
आ जाती है याद जब उनकी तो
मोहब्बत ने उनकी सुबह कराया है
जाने उस शख्स को कैसे ये हुनर आता है
रात होती है तो आँखों में उतर आता है
मैं उस के खयालो से बच के कहाँ जाऊं
वो मेरी सोच के हर रस्ते पे नजर आता है.
चाँद की चांदनी में एक पालकी बनाई है
और ये पालकी हमने बड़े प्यार से सजाई है
दुआ है ए हवा तुझसे, ज़रा धीरे चलना
मेरे यार को बड़ी प्यारी नींद आई है.
हो चुकी रात अब सो भी जाइए
जो हैं दिल के करीब उनके ख्यालों में खो जाइए
कर रहा होगा कोई इंतज़ार आपका
ख़्वाबों में ही सही उनसे मिल तो आइये.