गणेशोत्सव हर साल हम लोग बहुत ही उत्साह के साथ मानते है । गणेश जी को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है और विघ्नहर्ता अपने भक्तों के कष्ट हर के ले जाते हैं, साथ ही उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं ।
भगवान गणेश का जन्म भादों महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि मई हुआ था , गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की प्रतिमा को हर कोय अपने घरों में स्थापित कर विधिवत रूप से पूजा-आराधना करते है और उन्हें भोग अर्पित करते है ।
भक्त भगवान गणेश के लिए व्रत रखते हैं. उन्हें मोदक का भोग लगाते हैं. घर में उन्हें भोग लगाने के लिए उनकी प्रिय चीजें बनाई जाती हैं । जब तक घर पर बप्पा विराजमान रहते हैं लोग उनकी खूब सेवा करते हैं । 10 दिन तक चलने वाले इस महोत्सव की शुरुआत 10 सितंबर से हो रही है और 19 सितंबर को यह अनंत चौदस के दिन समाप्त होगी।
हम आपके लिए गणेश चतुर्थी के अवसर पर आपने लिए कुछ शुभकामनाएं मैसेज दे रहे है जो आप अपने परिचितों, दोस्तों और रिश्तेदारों को भेज सकते है –
आते बड़े धूमधाम से गणपति जी,
जाते बड़े धूमधाम से गणपति जी,
आखिर सबसे पहले आकर,
हमारे दिलों में बस जाते गणपति जी,
दिल से जो भी मांगोगे मिलेगा
ये गणेश जी का दरबार है,
देवों के देव वक्रतुंडा महाकाया को
अपने हर भक्त से प्यार है….
गणेश जी का रूप निराला हैं
चेहरा भी कितना भोला भाला हैं
जब भी आती है कोई मुसीबत
तो इन्होंने ही संभाला है
नए कार्य की शुरूआत अच्छी हो
हर मनोकामना सच्ची हो
गणेश जी का मन में वास रहे
इस गणेश चतुर्थी आप अपनों के पास रहे
गणेश की ज्योति से नूर मिलता है
सबके दिलो को सुरूर मिलता है
जो भी जाता हैं गणेश के द्वार
कुछ न कुछ उन्हें जरूर मिलता है
सब शुभ कारज में पहले पूजा तेरी,
तुम बिना काम ना सरे, अरज सुन मेरी।
रिद्धी सिद्धी को लेकर करो भवन में फेरी
करो ऐसी कृपा नित करूँ मैं पूजा तेरी।
गणेश जी का रूप निराला है,
चेहरा भी कितना भोला भला है,
जिसे भी आती है कोई मुसीबत,
उसे इन्ही ने तो संभाला है.
नए कार्य की शुरुआत अच्छी हो
हर मनोकामना सच्ची हो
गणेश जी का मन में वास रहे
इस गणेश चतुर्थी आप अपनों के पास रहें
हर शुभ कार्य में पहले पूजा तेरी,
तुम बिना काम ना सरे अरज सुन मेरी,
रिध सिध को लेकर करो भवन में फेरी,
करो ऐसी कृपा नित करूं मैं पूजा तेरी.
नए कार्य की शुरूआत अच्छी हो,
हर मनोकामना सच्ची हो,
गणेश जी का मन में वास रहे,
इस गणेश चतुर्थी आप अपनों के पास रहे
भगवान श्री गणेश की कृपा,
बनी रहे आप हर दम.
हर कार्य में सफलता मिले,
जीवन में न आये कोई गम।
आते बड़ी धूम से गणपति जी,
जाते बड़ी धूम से गणपति जी,
आखिर सबसे पहले आकर,
हमारे दिलों में बस जाते है गणपति जी.
दिल से जो भी मांगोगे मिलेगा
ये गणेश जी का दरबार है,
देवों के देव वक्रतुंडा महाकाया को
अपने हर भक्त से प्यार है..।।
सब शुभ कारज में पहले पूजा तेरी,
तुम बिना काम ना सरे, अरज सुन मेरी।
रिध सिध को लेकर करो भवन में फेरी
करो ऐसी कृपा नित करूं मैं पूजा तेरी।
आपकी खुशियां गणेशजी की सूंड की तरह लंबी हो,
आपकी जिंदगी उनके पेट की तरह विशाल हो
और जीवन का हर पल लड्डू की तरह मीठा हो।